
जगदलपुर। Bastar Bandh: बस्तर संभाग में मिशनरियों के द्वारा मतांतरण और आदिवासियों से मारपीट के विरोध में गुरुवार को बंद रखा गया। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के आह्वान पर बुलाए गए एकदिवसीय बंद का व्यापक असर देखने को मिला। बंद को कई जनजातीय समूह व संगठनों ने भी समर्थन दिया। संभागीय मुख्यालय जगदलपुर से लेकर नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिला मुख्यालय से लेकर अंदरूनी क्षेत्रों के गांव तक मतांतरण के विरोध में बंद का बस्तर के व्यापारियों, आम लोगों और गांवों के आदिवासियों ने खुलकर समर्थन करते दुकान व प्रतिष्ठान बंद रखे। सड़कों पर सन्नााटा पसरा रहा। नारायणपुर में आदिवासी समाज के मिशनरियों के विरोध में प्रदर्शन के दौरान जिस तरह से भीड़ हिंसक हो गई थी, इसे देखते हुए संपूर्ण बस्तर में पुलिस महकमा अलर्ट मोड पर था। संभागीय मुख्यालय जगदलपुर के लालबाग स्थित कैथोलिक चर्च और शांतिनगर स्थित मेथोडिस्ट चर्च में पुलिस बल की तैनाती रही। सभी जिला मुख्यालय और अंदरुनी क्षेत्रों के चर्च में भी पुलिस बल की तैनाती रही।
नारायणपुर में मतांतरण की लगातार हो रही घटनाओं और मिशनरियों द्वारा की जा रही मारपीट के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने गुरुवार को नारायणपुर के अलावा बस्तर संभाग के सभी छह जिलों में बंद का आह्वान किया था। इसे लेकर सभी जिलों में समाज की बैठक हुई, जिसमें बंद को लेकर रणनीति तैयार की गई थी। बस्तर चैंबर आफ कामर्स ने भी बंद को समर्थन दिया है। सोमवार को पुलिस के साथ हुई मारपीट के मामले में 11 आदिवासी नेताओं को गिरफ्तार करने पर सर्व आदिवासी समाज नाराज है। समाज का कहना है कि मिशनरियों द्वारा मारपीट की लगातार शिकायतों के बाद भी प्रशासन की ओर से जब किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई, तब समाज के लोग भड़के।
बस्तर बंद का दिखा बड़ा असर, सुबह से ही बंद रही व्यवसायिक प्रतिष्ठानें
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के ग्राम गोर्रा में विगत 1 तारीख को घटित घटना जिसमें एक सभा के दौरान आदिवासी समाज और मतांतरित ईसाई मिशनरी पक्ष में झड़प की घटना सामने आई थी, जिसमें आदिवासी पक्ष के कई ग्रामीण मिशनरी पक्ष पर मारपीट व जान से मारने की कोशिश का आरोप लगा रहे थे और चोटिल भी हुए थे जिन्हे बाद में गंभीर हालत में जिला अस्पताल भी लाया गया था।
इसी घटना में बीच बचाव के दौरान एडका थाना प्रभारी भी गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे। उक्त घटना के विरोध में आज छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने बस्तर बंद की घोषणा की थी जिसका व्यापक असर देखने हो मिला है। जिला मुख्यालय में आज सुबह से ही जिले भर की व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद नजर आई है। सर्व आदिवासी समाज द्वारा बुलाए बस्तर बंद को व्यापारी संघ नारायणपुर का समर्थन भी मिला हुआ है। बंद के दौरान आवागमन किसी भी प्रकार से बाधित नहीं हुआ है आवागमन सुचारू रूप से जारी रहा है।